खेल कूद

महेंद्र सिंह धोनी को भी मैदान पर आता था गुस्सा, खुद बताया- कैसे खुद को ‘कैप्टन कूल’ बनाया?

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हाइलाइट्स

महेंद्र सिंह धोनी ने खुद को लेकर बड़ा खुलासा किया
उन्होंने बताया-कैसे मैदान पर गुस्से पर काबू रखते थे?

नई दिल्ली. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में होती है. उनकी अगुआई में भारत ने वनडे और टी20 दोनों विश्व कप जीते हैं. मैदान पर हालात कैसे भी हों, टीम जीते या हारे, धोनी का अंदाज हमेशा एक सा ही रहता था. वो मैदान पर अक्सर शांत रहते थे. इसी कारण से उन्हें ‘कैप्टन कूल’ नाम भी मिला था. गिनती के ही ऐसे वाकये होंगे, जब धोनी ने मैदान पर कभी गुस्सा दिखाया हो. हर कोई उनके इस अंदाज का कायल था लेकिन सबको यही लगता था कि आखिर कैसे इतने दबाव में भी धोनी खुद को शांत रखते हैं? अब धोनी ने खुद इसका खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि वो कैसे खुद पर काबू रखते थे और मैदान पर जल्दी गुस्सा नहीं होते थे.

धोनी ने कहा कि उन्हें भी किसी इंसान की तरफ गुस्सा आता था. लेकिन, वो अपनी भावनाओं पर काबू रखने में सफल रहते थे. धोनी ने एक इवेंट में ही लोगों से सवाल पूछकर अपने गुस्से पर काबू रखने से जुड़ा खुलासा किया. धोनी ने लोगों से पूछा कि आपमें से किस-किस को लगता है कि आपका बॉस कूल यानी शांत है. इस सवाल के जवाब में कुछ लोगों ने हाथ ऊपर उठाए. इस पर धोनी ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘या तो आप लोग बॉस की नजर में अपने पॉइंट बढ़ाना चाहते हैं या फिर खुद ही बॉस हैं.’

मैं कारण जानने की कोशिश करता था: धोनी
इसके बाद पूर्व भारकीय कप्तान धोनी ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो, जब हम मैदान पर होते हैं, तो हम कोई गलती नहीं करना चाहते हैं. चाहे वो मिसफील्डिंग हो या कैच छोड़ना या कोई और गलती. मैंने हमेशा ये जानने की कोशिश की है कि खिलाड़ी ने कैच क्यों और किस कारण से छोड़ा? किसी ने क्यों मिसफील्ड की. गुस्सा होने से बात सुलझती नहीं है. पहले से ही स्टेडियम में 40 हजार लोग स्टेडियम में बैठकर आपको देख रहे हैं और ऊपर से करोड़ों लोग टीवी पर मैच देख रहे हैं. इसलिए मैं हमेशा यह देखता था कि इसके पीछे का कारण क्या है?

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‘मैं खिलाड़ी के नजरिए से चीजों को देखता था’
धोनी ने आगे कहा, ‘अगर खिलाड़ी मैदान पर 100 फीसदी अलर्ट है और ऐसा होने के बावजूद वो कैच छोड़ देता है तो मुझे कोई परेशानी नहीं है. जाहिर सी बात है कि मैं ये देखना चाहता हूं कि इससे पहले उसने प्रैक्टिस सेशन में कितने कैच लिए. अगर उसे समस्या है और वो बेहतर होने की कोशिश कर रहा है. मैं कैच छोड़ने के बजाए इन सभी चीजों पर ध्यान देता हूं. हो सकता है कि हम उस कैच के कारण मैच हार गए हों लेकिन कोशिश हमेशा ये रहती है कि मैं खिलाड़ी के नजरिए से भी चीजों को देखूं और समझूं. मैं भी इंसान हूं. अंदर से मैं भी उसी तरह से महसूस करता हूं, जैसा आप सभी करते हैं. हम अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. तो हमें तो और बुरा लगता है लेकिन हम अपनी भावनाओं पर काबू पाने की कोशिश करते हैं.’

Tags: Indian Cricket Team, Ms dhoni, Team india

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