भारतीय संस्कृति में गुरु का दर्जा भगवान से ऊंचा : प्रवीण
गया(रंजन सिन्हा)। गया शहर के कुजापी में संचालित मगध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं स्वयंसेवी संस्था कौंसिल आफ मगध वूमेन एम्पावरमेंट के संयुक्त तत्वावधान में गया संग्रहालय के सभागार में शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षात्मक सह सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन, पूर्व उपराष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन एवं पूर्व प्राचार्य डॉ. शिव कुमार शर्मा के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्था के मुख्य संरक्षक राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुलिस पदक प्राप्त सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी लोकेश कुमार गौतम, मुख्य अतिथि दक्षिण बिहार केंद्रीय विवि के बीएड विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रविकांत, विशिष्ट अतिथि बिजली विभाग के एसडीओ अनिल कुमार भारती, डॉ. सादिया शाहिन, रेलवे के पुलिस निरीक्षक सुशील कुमार, विद्यालय के प्राचार्य प्रवीण रंजन गांधी, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. एमएस अली, डॉ. किसलय पराग, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. ए. हुसैन, अध्यक्ष नवीन रंजन, सचिव तमकनत एवं सुधीर कुमार ने किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ, अंग वस्र एवं स्मृति चिन्ह् भेंट कर किया गया। मौके पर विद्यालय के छात्रों द्वारा स्वागत गान की प्रस्तुति दी गई। अतिथियों का स्वागत अंग्रेजी शिक्षक प्रकाश गोस्वामी व विद्यालय का वार्षिक रिपोर्ट विज्ञान शिक्षक दिवेश कुमार वर्मा ने प्रस्तुत किया। आयोजित कार्यक्रम के दौरान महिला उत्थान, बच्चों पर सोशल मीडिया का प्रभाव,धूम्रपान, नई शिक्षा नीति, देशप्रेम एवं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्राचार्य प्रवीण रंजन गांधी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान से ऊंचा दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि शिष्य गुरु से आगे निकल जाये तो गुरु के लिए यही सबसे बड़ी गुरु दक्षिणा होती है। मुख्य संरक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि गया ज्ञान एवं मोक्ष की धरती है परंतु शिक्षा दर संतोषजनक नहीं है, इस पर सोचने की जरूरत है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि शिक्षक वे होते हैं जो सिर्फ वर्ग कक्ष में नहीं बढ़ाते अपितु छात्रों को इंस्पायर करते हैं। वहीं विशिष्ट अतिथि डॉ. एमएस अली ने कहा कि शिक्षक के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इस मौके पर विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रकट किया और अपने भावों को शब्दों में पिरो कर आभार प्रकट किया। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की रंगारंग प्रस्तुति देकर उपस्थित अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में दिवा, अलीजा, यश, गोलू, आरव, संजीत, आयुष, करण, रानी, आदर्श, रौनक, ओमनी, मेघा, अनुष्का, ईशा, रिया सहित अन्य बच्चों ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की कोरियोग्राफर सिस्टर सोनाली अंजली जान व महिमा अंजली जान थी। कार्यक्रम का संचालन सौरव कुमार, प्रिया, निक्की एवं अंकिता ने किया। मौके पर शिक्षक वीरेंद्र कुमार, कुमार सुधांशु, विद्या कुमार, अरुण कुमार मिश्रा, स्मिता, अनामिका, मनोरमा सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।