बिहार

माता-पिता को यादों में संजोने के लिए पुत्र ने स्वास्थ्य केंद्र में किया बेड दान

बाराचट्टी(गणेश गुप्ता)। बाराचट्टी प्रखंड अंतर्गत ग्राम भगहर गांव निवासी सह शिक्षक संतोष कुमार अपने माता-पिता के मरणोपरांत अपनी यादों में संजोने और जरूरतमंदों के सेवा भाव से जनकल्याण का काम कर लोगों के बीच एक प्रेरणा के स्रोत बने हैं। 12 सितंबर को शिक्षक संतोष के माता फुलवा देवी की स्वर्गवास हो गई। माता के स्वर्गवास होने के बाद हिंदू विधि विधान के साथ उनके श्राद्ध कर्म किए जा रहे हैं। शुक्रवार को एकादशी के दिन स्वर्गवासी मां फुलवा देवी को अपने यादों में संजोने के लिए और मरणोपरांत भी लोगों के काम आते रहे इस मकसद से बाराचट्टी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीज बेड दान किया है। शिक्षक संतोष माता के आत्मा के शांति के लिए जहां हिंदू रीति रिवाज के साथ श्राद्ध कर्म और ब्राह्मणों की भोजन और दान के लिए चले आ रहे परंपरा को निभा रहे हैं वहीं अस्पताल और जरूरतमंदों की सेवा कर अलग मिसाल पेश कर रहे हैं। बताते चले की साल 2022 में अगस्त महीने में शिक्षक संतोष के पिताजी का भी स्वर्गवास हो गया था जिसके बाद उन्होंने उसे समय भी बाराचट्टी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक मरीज बेड दान किया था साथ ही गांव के महादलित टोला में जरूरतमंद बच्चों के बीच शिक्षा सामग्री का वितरण किया और भगहर स्थित अपने विद्यालय में अपने पिता को यादों में ताजा रखने के लिए वृक्षारोपण का कार्य किया था। साथ में उन्होंने घोषणा की थी कि जिन भी जरूरतमंदों को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ेगी उन्हें वह मुहैया कराएंगे। शिक्षक जहां एक और चली आ रही सामाजिक परंपरा को निभाकर समाज में अपनी कद को और बढ़ाया है वही मरीज बेड और महादलित बच्चों के बीच शिक्षा सामग्री का वितरण कर इलाके में एक मिसाल पर की है। इस संबंध में शिक्षक संतोष कुमार ने बताया कि आज अपने माता-पिता के आशीर्वाद से अपने सफल जीवन जी रहा हूं। पिछले साल हमारे पूज्य पिताजी हमारे बीच नहीं रहे और अब मेरी मां जीवन में माता और पिता का स्थान कोई नहीं ले सकता और न ही भूल पाना संभव है। अपने यादों में संजोने और स्वर्गवासी होने के बावजूद मेरे माता-पिता लोगों के काम आते रहें और लोगों का आशीर्वाद उन्हें मिलता रहे इसी मकसद को लेकर स्वास्थ्य केंद्र में मरीज बेड उपलब्ध मेरे द्वारा कराई गई है साथ हैं महादलित बच्चों के बीच शिक्षा सामग्री का वितरण करने का मुख्य उद्देश्य है कि वह बच्चे शिक्षा हासिल कर जीवन में देश के काम आ सके। उन्होंने बताया कि पिताजी और माताजी के पुण्यतिथि पर हर एक साल जनकल्याण की भावना को लेकर अपने सामर्थ के अनुसार जरूरतमंदों की सेवा करता रहूंगा।साथ में रंजीता कुमार, बालमुकुंद कुमार शिक्षक,भुतपूव मुखिया राजेन्द्र प्रसाद मेहता,बारा पंचायत सरपंच प्रतिनिधि बृजनंदन प्रसाद, संजय गुप्ता, रोहित गुप्ता, अंकित गुप्ता आदि प्रमुख थे।

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