पटना(अनूप नारायण सिंह)। सिवान के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ सुनीत रंजन चर्चा में हड्डी और नस रोग विशेषज्ञ डॉ सुनीत रंजन ने बाल विकलांगता पर रिसर्च किया है सिवान में इन दिनों बिहार के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश और नेपाल तक के मरीज इनके पास आ रहे हैं। सिवान जिले के प्रसिद्ध हड्डी तथा नस रोग विशेषज्ञ। डॉक्टर सुनित रंजन ने हड्डी, स्पाइन, नस, गठिया के मरीजों के लिए एक ऐसा तरीका विकसित किया है। जो किसी जादू से कम नहीं है।
डॉ सुनीत रंजन ने अपने नई तकनीक से चाहे वह नस का समस्या हो या हड्डी टूट गया हो। कम समय में ठीक करने का दावा करते हैं। इस तकनीक द्वारा कोई जांच या सिटी एम आर आई करने का जरूरत नहीं पड़ता है। कोई सर्जरी का आवश्यकता भी नहीं होता है। स्पाइन तथा नस के मरीज को 90 % परसेंट केस में सर्जरी की जरूरत नहीं है। Ergonomic विधि के द्वारा अगर कोई व्यक्ति नहीं चल पा रहा हो। या हाथ नहीं उठा पा रहा हो। या पैरों में खिंचाव, झुनझुनी, या भाड़ीपन हो सबके लिए रामबाण है। गठिया तथा घुटनों के दर्द में भी काफी राहत होता है। और करीब-करीब सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ता है यह तकनीक जर्मनी से हासिल किया गया है। आज डॉक्टर सुनित रंजन बिहार, नेपाल, उत्तर प्रदेश,बअसम के कई ऐसे मरीजों को इस बीमारी से निजात दिलाने में सफल रहे हैं। डॉ. सुनित रंजन (Health ICON of Bihar) हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ शांति हॉस्पिटल। चकिया रोड सिवान गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर मरीजों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं है। पीड़ित मानवता की सेवा को समर्पित डॉ सुनीत रंजन कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित हो चुके हैं।