जीकेसी के सदस्यों ने राजेंद्र बाबू की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
गया। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के सदस्यों ने शहर के टावर चौक स्थित भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। साथ ही उनके मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान सदस्यों ने अन्य कई बिंदुओं पर भी विचार-विमर्श किया। इस मौके पर ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राजेंद्र बाबू भारत के पहले राष्ट्रपति थे, उन्हें देशरत्न की उपाधि मिली थी। देश के विकास में उनकी अग्रणी भूमिका थी। उनके नेतृत्व में भारत विकास की ओर बढ़ा था। उन्होंने शिक्षा पर विशेष बल दिया था, यही वजह है कि जिस समाज से वे आते हैं, वह समाज बुद्धिजीवी वर्ग कहलाता है। आज हमलोग उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने जो सपना देखा था और जो मार्ग बताए थे, उस पर चलने का संकल्प ले रहे हैं। मौके पर जीकेसी के वरीय उपाध्यक्ष प्रभात शंकर उर्फ सुनील कुमार सिन्हा, सुनील कुमार सिन्हा उर्फ रिंकू, नवीन कुमार सिन्हा, अभिषेक कुमार सिन्हा, सतीश कुमार सिन्हा, मनोज कुमार सिन्हा, सुजीत कुमार अम्बष्टा उर्फ बबलू सिन्हा, रिंकू सिन्हा आदि उपस्थित थे।