गया में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे संभावित प्रत्याशी

गया। बिहार विधानसभा का चुनाव आगामी अक्टूबर या नवंबर में होने वाला है। जिले में आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए होली के रंग में विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज़ कर दी है। साथ ही राजनीतिक दलों के नेता भी सक्रिय हो गए हैं, और होली मिलन समारोहों के माध्यम से जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
बीजेपी नेता विधानसभा चुनाव लड़ने की कर रहे हैं दावेदारी
हालांकि, गया जिले में होली मिलन समारोह के माध्यम से राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता जितेंद्र प्रताप सिंह उर्फ फुन्नु बाबू ने होली मिलन समारोह आयोजित किया। जिसे आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। इस कार्यक्रम में विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक घर में निमंत्रण भेजा गया था, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। वहीं भाजपा नेता जितेंद्र प्रताप सिंह उर्फ फुन्नु बाबू ने कहा कि होली मिलन के साथ-साथ वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की भी घोषणा कर दिया है। अगर बीजेपी हमे टिकट नहीं देती है तो उक्त सीट से बीजेपी हार जाएगी। बीजेपी के वर्तमान विधायक वीरेंद्र सिंह से वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र की जनता नाखुश हैं। इसलिए हम अपनी दावेदारी कर रहे हैं।
इच्छा तो है कि हमे भी मिले टिकट
वहीं रविवार को गया-बोधगया मुख्य मार्ग पर स्थित एक निजी होटल में वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष सह जदयू के महानगर अध्यक्ष राजकुमार उर्फ राजू वर्णवाल के नेतृत्व में होली मिलन समारोह आयोजित की गई। मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी शामिल हुए। इस मौके पर होली मिलन समारोह के बहाने चुनावी बुखार चढ़ा है, इस सवाल पर जदयू नेता राजू वर्णवाल ने कहा कि जो भी राजनीति करने वाले लोग है, उनके मन में भाव होता है। पीछे पंक्तियों में बैठने वाले नेता भी चाहते हैं कि हमे टिकट मिले और हम विधायक बन जाए। उन्होंने कहा कि हमारी भी इच्छा है जदयू से टिकट मिले और हम चुनाव लड़े।
गया में है दस विधानसभा सीट
मालूम हो कि गया जिले में कुल 10 विधानसभा सीट है। जिसमें गया टाउन विधानसभा, वजीरगंज विधानसभा, अतरी विधानसभा, बेलागंज विधानसभा, बोधगया विधानसभा, बाराचट्टी विधानसभा, शेरघाटी विधानसभा, इमामगंज विधानसभा, गुरूआ विधानसभा और टिकारी विधानसभा सीट शामिल हैं। हालांकि वर्तमान समय में गया जिले के दस सीटों पर एनडीए का छह और महागठबंधन का चार सीटों पर कब्जा है।