27वें दिन समाप्त हुई अनुसचिवीय कर्मचारियों की हड़ताल सरकार ने मानी सभी 10 मांगें, कर्मचारियों ने अबीर लगाकर जताई खुशी

गया जी गांधी मैदान धरनास्थल पर बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ द्वारा चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल गुरुवार को 27वें दिन समाप्त हो गई। राज्य सरकार द्वारा संघ की 10 प्रमुख मांगों को मान लिए जाने के बाद कर्मचारियों ने आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया।
संघ के पदाधिकारियों — राज्य संरक्षक जिया लाल प्रसाद, जिला मंत्री पवन कुमार तिवारी, जिला सचिव रंजन कुमार, जिलाध्यक्ष कुणाल प्रसाद यादव, जिला प्रवक्ता राकेश कुमार रंजन, कोषाध्यक्ष शंकर चौधरी, अंशु कुमार और रंधीर पासवान — ने संयुक्त रूप से बताया कि सरकार की ओर से अवर सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा लिखित आदेश जारी कर दिया गया है, जिसमें मांगों को स्वीकृति प्रदान की गई है।
प्रमुख मांगे जो मानी गईं:
MACP (रूपांतरित सुनिश्चित वृत्ति उन्नयन योजना) के तहत अगला बैंड चेतन लेवल नहीं, बल्कि प्रोन्नति पद का ग्रेड वेतन लागू किया जाएगा।
कार्यालयों में कार्यभार की वृद्धि को ध्यान में रखते हुए कार्यबल की संख्या बढ़ाने तथा अभियान चलाकर नियुक्ति करने की व्यवस्था।
चिकित्सा प्रतिपूर्ति की अनुमानित या प्राक्कलित राशि का कम से कम 75% अग्रिम भुगतान किया जाएगा।
हर्ष का माहौल, मशाल जुलूस भी निकाला गया
मांगे पूरी होने की सूचना मिलते ही कर्मचारियों के बीच उत्साह का माहौल देखा गया। सभी ने एक-दूसरे को अबीर लगाकर बधाई दी और बिहार सरकार का आभार जताया।
हड़ताल की समाप्ति की घोषणा के बाद संघ के सदस्यों ने गांधी मैदान से जिला पदाधिकारी कार्यालय तक मशाल जुलूस भी निकाला।
जिला प्रवक्ता राकेश कुमार रंजन ने कहा, “यह हमारी एकता और शांतिपूर्ण संघर्ष की जीत है। अब हम सब गुरुवार की शाम अपने-अपने घरों को लौट रहे हैं।
कर्मचारियों की यह जीत राज्य प्रशासन के साथ संवाद और समन्वय का प्रतीक है। उम्मीद की जाती है कि भविष्य में इस तरह के मुद्दों का समाधान समय रहते वार्ता से किया जाएगा ताकि आमजन और प्रशासनिक व्यवस्था प्रभावित न हो।