गया के गांधी मैदान में 60 फुट रावण के पुतले का होगा दहन

गया। 03 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 12 अक्टूबर तक चलने वाले दुर्गा पूजा के साथ -साथ 12 अक्टूबर को गांधी मैदान गया में विजयदशमी के मौके पर आयोजित होने वाले रावण दहन कार्यक्रम की तैयारी को लेकर डीएम डॉ० त्यागराजन एसएम एवं सीनियर एसपी आशीष भारती ने संयुक्त रुप से गांधी मैदान में दशहरा आयोजन कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक के उपरांत रावण दहन स्थल का निरीक्षण किया।
बैठक में दशहरा आयोजन समिति द्वारा बताया गया कि विजयदशमी की तिथि में रावण दहन कार्यक्रम के पहले गया रेलवे स्टेशन से दोपहर 2:00 बजे से शोभायात्रा प्रारंभ होता है, जो गोल पत्थर, जीबी रोड, काशीनाथ होते हुए संध्या 4:00 बजे के आसपास गांधी मैदान में पहुंचता है। शोभायात्रा में शामिल भगवान राम, सीता माता तथा अन्य देवी देवताओं का रूप बनाकर शोभायात्रा के शामिल लोग द्वारा रावण वध किया जाता है। उसके पश्चात संध्या 5:00 बजे के आसपास रावण दहन का कार्यक्रम प्रारंभ होते हुए 15 से 20 मिनट में समाप्त हो जाता है।
एक्सपर्ट लोग करेंगे आतिशबाजी
वहीं डीएम ने कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को निर्देश दिया कि रावण दहन के पुतलो के बीच का रास्ता पूरी मजबूती से बेरीकटिंग करावे। ताकि कोई भी व्यक्ति उस रावणदहन के डी-एरिया में प्रवेश ना कर सके। वहीं दशहरा आयोजन समिति को आतिशबाजी का कार्य एक्सपोर्ट व्यक्ति से कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही पर्याप्त संख्या में सेंड बैग रखें आतिशबाजी से संबंधित पूरी प्रिकॉशन को पालन करें। ताकि कोई भी छोटी से छोटी घटना ना हो सके।
गांधी मैदान में रौशनी की होगी वैकल्पिक व्यवस्था
वहीं डीएम ने गया नगर निगम के नगर आयुक्त को गांधी मैदान में रावण वध कार्यक्रम की स्थिति में अत्यधिक भीड़ एकत्रित होने की संभावना को देखते हुए पर्याप्त संख्या में लाइट तथा पर्याप्त रोशनी के लिए अन्य वैकल्पिक व्यवस्था करवाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांधी मैदान के अंदर जहां पर ही उबड़ खाबड़ रास्ता है उसे समतल करावे। इसके साथ ही गांधी मैदान से जितने भी एंट्रेंस वाले रास्ते हैं, सभी स्थानों पर जंगल झाड़ को साफ कराएं।
वाच टावर से होगी निगरानी
उन्होंने कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि लोगों का भीड़ एक जगह एकत्रित ना हो तथा भीड़ को नियंत्रण के उद्देश्य से विभिन्न स्थानों पर वॉच टावर के साथ-साथ यथासंभव निरीक्षण करते हुए पूरी मजबूती बैरिकेडिंग करवाएं। साथ ही उन्होंने कार्यपालक अभियंता बिजली विभाग को निर्देश दिया कि गांधी मैदान क्षेत्र के अंदर एवं बाहर जितने भी लूज वायर या जर्जर वायर हैं, उसे ठीक करवा लें ताकि बिजली से संबंधित कोई भी समस्या ना उत्पन्न हो सके।
बनेगा कंट्रोल रूम
साथ ही उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि क्राउड कंट्रोल पर पूरी नियंत्रित व्यवस्था के लिए कार्य योजना तैयार करें इसके साथ ही पर्याप्त स्थानों पर पी एस सिस्टम भी लगवाए। भीड़ नियंत्रण के लिए कंट्रोल रूम का भी स्थापना करें। हर एक बिंदु पर सीसीटीवी कैमरा भी लगावे। इसके साथ ही एंबुलेंस तथा फायर ब्रिगेड की वाहन पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य करें यह सुनिश्चित करावे। भीड़ पर नजर रखने हेतु ड्रोन से भी निगरानी करवाये।
रावण दहन में गांधी मैदान की सभी गेट रहेगी खुली
बैठक के बाद डीएम और एसएसपी ने रावण वध स्थल का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि गांधी मैदान में कुल 13 गेट हैं। एंट्री एवं एग्जिट के लिए सभी गेटों को खोला जाएगा। इसके साथ ही सभी एंट्री पॉइंट पर मेटल डिटेक्टर मशीन भी लगाया जाएगा। डीएम ने अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी कुल 13 गेटों का भौतिक सत्यापन करते हुए सभी गेटों को फंक्शनल करावे। उन्होंने कहा कि क्राउड कंट्रोल मैनेजमेंट को अच्छे से रेगुलेट करना होगा।
गांधी मैदान के परिधि में किसी भी व्यक्तियों का वाहन का परिचालन पूरी तरह बंद रहेगा। उन्होंने पुलिस उप अधीक्षक यातायात को रूट मैप तैयार कर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
इसके पश्चात विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा अनेक सुझाव दिए गए हैं जिस पर विचार करते हुए और बेहतर व्यवस्था कराने हेतु अनुपालन कराया जा रहा है।
अंत में जिला पदाधिकारी में कहां की पूरी डीप अंधेरा होने के पहले रावण दहन कार्यक्रम को संपन्न करवा ले ताकि रोशनी रहते हुए गांधी मैदान रावण दहन देखने आए सभी आगंतुकों को प्रोपर तरीके से निकास करवाया जा सके।
60
दशहरा कमेटी द्वारा बताया गया कि इस वर्ष 50 फीट 55 फीट एवं 60 फीट के पुतले तैयार किया जा रहे हैं।
निरीक्षण के क्रम में नगर पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, पुलिस उपाधीक्षक नगर, ज़िला आपूर्ति पदाधिकारी, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी सहित अन्य वरीय पदाधिकारी एव दशहरा कमेटी के सभी सम्मानित सदस्य उपस्थित थे।
इसके पश्चात केदारनाथ मार्केट पहुचकर पंडाल का निरीक्षण किया। उन्होंने आयोजन करने वाले समिति को निर्देश दिया कि पंडाल पूरी मजबूती के साथ निर्माण करवाये आगन्तुको के आने एवं जाने का रास्ता प्रॉपर सही तरीके से समतल रूप में रखें, जहां कहीं भी रास्ता अतिक्रमण है उसे ठीक करवा ले, उबड़ खाबड़ रास्तों को समतल करवा ले।
इसके पश्चात डीएम एसएसपी द्वारा अन्य विभिन्न पूजा पंडालों का भौतिक रूप से निरीक्षण करते हुए आयोजक समिति को मजबूती से पंडाल निर्माण एवं क्राउड कंट्रोल की पूरी व्यवस्था करवाने हेतु कई आवश्यक निर्देश दिए हैं।